Description
नवरात्रि का समापन नवमी तिथि पर हो जाता है। इस दिन मां दुर्गा की पूजा के साथ साथ उनके नाम से हवन भी किया जाता है। कहते हैं हवन से संतुष्ट होकर देवी देवता भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं। हवन करने से मन को पवित्र होता ही है साथ ही घर में भी सकारात्मकता बनी रहती है। मान्यताओं के अनुसार, नवमी तिथि के दिन हवन करने से बहुत ही शुभ फल मिलेगा। इस दिन जो हवन किया जाता है वह भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूरा करता है।
हवन सामग्री दुर्गा पूजा
नवमी तिथि के दिन हवन करने के लिए सामग्री का विशेष ख्याल रखना चाहिए। पूरे विधि विधान के साथ इस हवन की तैयारी करनी चाहिए। नवमी तिथि के दिन पूजन के लिए धूप, जौ, नारियल,मखाना, काजू, किशमिश, अक्षत, शहद, घी, मूंगफली, नवग्रह की नौ समिधा (आक, ढाक, कत्था, चिरचिटा, पीपल, गूलर, जांड, दूब, कुशा)। इसके अलावा आम की लकड़ी, चंदन की लकड़ी, कपूर और रुई आदि सामग्री इकट्ठा कर लें।
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